तवडं फषाममों कषा नषातिकीय ऊरषाजा सयं त्ं ों से कोई मकु षाबलषा नही

तवडं	फषाममों कषा नषातिकीय ऊरषाजा सयं	त्ं ों से कोई मकु षाबलषा नही Source: PhotoXpress

तवडं फषाममों कषा नषातिकीय ऊरषाजा सयं त्ं ों से कोई मकु षाबलषा नही Source: PhotoXpress

लते कन उन पर तनभर्श ता वयिहाय्श समाधान नहीं हो सकता कयोंतक उनका पयाि्श रणरीय प्रभािनकारातमकह।ै परमाणुऊिा्शएक बहे तर तिकलप है ।

अक्यऊिा,्श हालहरीमेंिसै श्वकफरै नबन गया ह।ैआप पछूसकते हैं तक तकसरी िरे के तलए िकै सलपक ऊिा्श उतपािन, िसै े तकपिनऊिा्शसयं त्ं ोंकेबिायतकसरीिरे की राष्टरीय अथव्शयिसथा और पयाि्शरण के तलएकयाबहे तरहोसकताहै?िासतिम,ें हालातं क प्रकतकृ त की ऊिा्श पर तनभर्शकोई भरी ऊिा्श स्ोत, परूरी तरह तनभर्शतायोगय नहीं ह,ै इसका अथ्श है तक राष्टरीय ऊिा्श सरु क्ा के तलए उन पर तनभर्श ता एक चकूसातबत हो सकतरी ह।ै

 

आइए भारत के ततमलनाडु राजय की ससथतत िखे ,ें िहां कभरी तिडं फाम्श बनाने केतलएबड़ेभभूागआितं्ततकएगए थ।े भारत, तबिलरी की तनरतं र कमरी की समसया से िझूरहा ह,ै िहां अथव्श यिसथा कीितृधिकेसाथहरसालतबिलरीकीमागं बढ़तरी िातरी ह।ैइसतलए घा् पित्शशखृंला पर अनकेपिन चातलत िने र्े र लगाए गए। इनसे तनरतंर ससतरी तबिलरी बनाने की योिना थरी, तसिाय इसके तक पिनों के अचानक तिरा बिल लने े पर अतधकारं पिनऊिा्शसयंत्ंथमिाए।ंअबएक बड़े तिडं फाम्श के बरीच में कडु ानकलु म नातभकीयऊिा्शसयं त्ं तनमाण्श ाधरीनह।ै

 

भारतरीयउपमहाद्रीपकेितक्णरीछोरपर ससथत कसबे कनयाकमु ाररी के सिुं ररािन ने आरआईएनोिोसतरीकोबताया,‘लतेकन हमइसतिद्तुसयंत्ंकाइतंिारकररहे ह।ैंहर तकसरी को इस तबिलरी की सखत िरूरतह।ै’एनपरीपरीकीइमारत,ेंकसबे िालरी गफु ा से िरू से तिखतरी ह।ैं अकसर सलैातनयों और तरीथय्शातत्यों की आिािाहरी िाले इस क्त्े म,ें लोग कडु ानकलु म के ररूु होनेकीबसे ब्ररीसेप्रतरीक्ामेंह।ैं हो्लों और मतं िरों को भरी तबिलरी की िरूरत ह।ैिहां पिन ऊिा्श िनेर्ेर, इस क्त्ेमें बड़े भभूाग में लगे ह,ैंपर उनकी कलुक्मता 1 िरीडबलयू सअेतधक नहीं ह।ै

 

रसक्तरालरी औद्ोतगक ग्रडेके तिडं िनेर्ेरों को प्रतत मगेािॉ् सथातपत क्मता केतलएपिनकीतिराऔरभभू ागके अनसुार 5 से 15 िग्श तकमरी. िमरीन चातहए होतरी ह।ैएक 1 िरीडबलयू क्मता का तिडं फाम्श लगाने के तलए सामानयतः 70 से 200 िग्श तकमरी. िमरीन चातहए। यद्तप इस िमरीन का आतंरक उपयोग खते री केतलएतकयािासकताहैिोरोरके सतर, और िघु््शनाओं के िोतखम सतर पर तनभर्शहोता ह।ैउिाहरण के तलए, तकसरी बड़े तिडंपला्ंसे ््टूने िालरी बलडे, 400 से 800 मरी्र तक िरू िाकर तगर सकतरी ह।ै अनके उतपािन यतू न्ों िाला नातभकीय ऊिा्श सयं त्ं औसतन 100 से 200 हके ्ये र िमरीन घरे ता ह,ै िो तक समान क्मता के तिडं फाम्श को लगाने के तलए आिशयक िमरीन की तलु ना में बहुत कम ह।ै

 

तिंड फामषों के पया्शिरणरीय प्रभािों में धितन प्रभाि सिा्शतधक महत्िपूण्श है। तिंड िेनरे्र, अनेक तरह का यांतत्क और िायुगततक रोर पैिा करते हैं, िो कम आितत्ृ (<16-20 हतस्श) या अतधक आितत्ृ (20 हतस्श या अनेक तकलोहतस्श) तक का हो सकता है। तिंड पलां् के रो्र सबसे जयािा आिाि करते हैं।

 

तिडंफाम्श के तनक् क्त्ेों में रोर सतर 50 से 80 डेतसबल तक पहुंच सकता ह।ै70से90डतेसबलकातनरतंररोर, वयसक्त के कद्रेंरीय ततं त्का तत्ंको क्ततग्रसत कर सकता ह।ै250 कडेबलयू से अतधक क्मता िाले तिडंपला्ं ों का एक अनय पयाि्शरणरीय िोतखम ह,ैउनके रो्र बलडेों केतसरेपराधितनक(अलटासोतनक)गततसे घमू तेह,ैं िोमनषु योंििसू रेिरीिोंकेतलए हातनकारक इनफ्ासोतनक प्रभाि उतपन्न करते ह।ै

 

उत्ररी करैोतलना नामक अमरे रकी राजय में किेल 2 एमडबलयू का 60 मरी्र लमबे बलडेों िाला तिडंपला्ंइतना रोर करता हैतकइसेरातमेंबिं करनापड़ताह।ै िसूररी ओर नातभकीय ऊिा्श सयंत्ंएकिम रातंहोते ह।ैंइनमें तकसरी प्रकार का रोर उतपन्न करने िालरी कोई प्रणालरी या िसतएुं नहीं होतीं। इसके अलािा, नातभकीय के अनसु ार तकए िाने पर पयाि्श रण पर इनका रनू य प्रभाि पड़ता ह।ै यरू ोप म,ेंिलतनकायोंपरतिडंफाम्शलगाने की योिनाएं लोकतप्रय हुईं ह,ैं लतेकन अधययनों से पता चला है तक ये पतक्यों ि मछतलयों के प्रिासन को प्रभातित करतरीह।ैंअतंम,ेंतिडंफामषोंकासबसे गभं रीर पयाि्श रणरीय प्रभाि यह है तक ये िायु प्रिाहकीगततबहुतकमकरितेेह,ैंिो िलिायु पररितन्श की सभं ािना उतपन्न करता है और तनक्ितधी औद्ोतगक क्त्े ों में ‘हिातनकासरी’ को अिरूधि करता ह।ै

 

तिडंपला्ं, िायु यातायात और रते डयो ि ्रीिरी तरगंों के प्रसार में भरी बाधा डालते ह।ैंनातभकीय ऊिा्श सयंत्ंऐसे सभरी प्रिाहों सेसितत्ं होतेह।ै

 

तकनरीकी संिभ्श में भरी तिंड पलां् कमउपयोगरीह,ैंिसैेतकउनकीक्मता उपयोतगता िर कम रहतरी ह,ैिो तक तकसरी ऊिा्श िनेर्ेर का एक प्रमखुपरैामरी्र होतरी ह।ैयह िर इसतलए महत्िपणू्श है कयोंतक यहसयंत्ंकीकलुिक्ताइतंगतकरतरीह,ै तिसमें न किेल इिंरीतनयररगंकी करुलता े अलािा कमच्श ाररयों के कौरल, सयं त्ं के प्रबधं न द्ारा प्रतक्याओं का सगं ठन,तथा राष्टरीय सतर पर उद्ोग का सगं ठन भरी रातमल ह।ै

 

नातभकीय सयंत्ंकी क्मता उपयोतगता िर 80 फीसिरी होतरी ह,ै िबतक सिश्श ष्े तिडंफाम्श की भरी िर 30 फीसिरी तक हरी रहतरी ह।ै

 

भतू पिू ्व सकोदियत सघं तथा भारत गणराजय के बलीच (निमबर १९८८) नादभकीय ऊजा्व के शादं तपणू ्व उपयकोग पर आधाररत समझौते के आधार पर कडु ानकलु म के नादभकीय शक्ति सयं त्रंकी सथापना रूस के ए्मसटकोएकसपको््ट के सहयकोग से की गई।

 

अप्रलरै , २०१० म,ें यदू न् स.ं 1 के ररएक्र कको ऊषमा उतपािक इदम्दे ्गंईंधन से भरा गया। दिसमबर, २०१० म,ें यदू न् स.ं 1केप्राइमरलीऔरसकेनेडरली लपू ों पर हाइड्कोदलक ्से ् सफलतापिू क्वसपं न्न दकए गए, दजसके बाि इसने अपना ‘हॉ् रन-इन’ शरूुदकया।

 

अगसत २०१२ के आरभंमें परमाणदिक ऊजा्व दिदनयामक बकोड्ट (एईआरबली) द्ारा कडु ानकलु म नादभकीय शक्ति सयंत्रंकीपहललीयदून्शरूुकरने की अनमु दत प्रिान की गई।

 

कडु ानकलु म की िसू रली दबजलली उतपािन यदू न् कको जलु ाई २०१३ में लाचंदकया जाना दनधार्व रत ह।ै

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